उसने पूछा मुझसे
एक दिन उसने , पूछा मुझसे
क्या यूँ ही नई - नई बातें होतीं रहेंगी मुझसे?
सुना था उसने कहीं , किसी के मुख से
कि अकसर बातें हो जाती हैं बेज़ार
रोज यूहीं करते - करते किसी से ।
मैंने उससे कहा हँस कर,
छोड़ो भी ये सारी बातें अब से...।
ना हम ज़माने से और ना ज़माना हमसे
जानती हूँ तो बस इतना कि ,
मुझे सच्ची मोहब्बत है तुमसे।
हाँ वक़्त बदलेगा, कम होने लगेंगी तेरी बातें मुझसे,
पर ना होंगी ये बेज़ार, मेरी तुझसे...तेरी मुझसे।।
6 comments:
अति सुंदर लाइन
धन्यवाद जी
Superb.....
Thank u ji
wow 😍😍
greal mammu 😘
Thanks ji...
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