अधूरी मोहब्बत
अधूरी मोहब्बत आखिर निभाना किसे नहीं आया ?
बताना मुझे नहीं आया ,जताना उसे नहीं आया ......
चुप्पी में भी ज़ज़्बातो की शिकायत बखूबी हुई
सताना मुझे नहीं आया , मनाना उसे नहीं आया ......
अपनी - अपनी जिंदगी के बस अपने - अपने लम्हे
हँसाना मुझे नहीं आया , रुलाना उसे नहीं आया ....
अब तू ही बता .....ए - दिल
अधूरी मोहब्बत आखिर निभाना किसे नहीं आया ?
मुझे नहीं आया , उसे नहीं आया......||
5 comments:
Haaaaa nice
nice
शुक्रिया जी
Thanks चाचू
बहुत खूब। ........
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