कौन आयेगा यहाँ,
कौन आयेगा यहाँ,कोई न आया होगा
मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा
दिल-ए-नादां न धड़क, ऐ दिल-ए-नादां न धड़क
कोई खत ले के पड़ोसी के घर आया होगा
गुल से लिपटी तितली को गिराकर देखो
आँधियों तुमने दरख़्तों को गिराया होगा
'कैफ़' परदेस में मत याद करो अपना मकां
अब के बारिश में उसे तोड़ गिराया होगा
-@Kaif Bhopali
7 comments:
Amazing
Nice lines
Thanks 🌹
लाजवाब 🙏
Beautiful 👏✨
Sukriya
Ktyi Zhar
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