Tumse milkar


तुमसे मिलकर ही तो मैंने जाना है , 
चाहतों का सिलसिला शायद बहुत पुराना है 

खुली आँखों से तेरा ख्वाब देखना , 
ये कैसा अफसाना है ?

उम्मीद नहीं तेरे साथ निभाने की , 
पर तमन्ना-ए-दिल तेरा साथ पाना है 

कोई दूसरा अर्थ नहीं इस बात का , 
इसका मतलब तेरा दूर जाकर भी मेरे पास आना है 

न चाहू तुझे कैद करना अपनी चाहत में , 
तू जिधर भी देखे बस तेरा ही जमाना है .

मेरा अंदाज़े इश्क़ न समझा कोई ,
हर किसी को बदले में कुछ तो ले ही जाना है .

कुछ बातें ले गए , कुछ वादे ले गए 
मुझे तो तेरी यादों से बना महल सजाना है 

जीतने का हौसला रखते हैं हम भी ,
पर तेरी ख़ुशी के आगे सब हार जाना है.

शब्द कम  नहीं पड़ते लिखते - लिखते ,
ऐ समझने वाले अब और क्या समझाना है .......!



मेरी रचना मेरी कल्पना 

Comments

Maira said…
Thank you so much...
Pramod Bhakuni said…
अत्युत्तम
Maira said…
शुक्रिया ज़ी
Unknown said…
Behatreeen lovely ❤️❤️❤️❤️

Popular Posts